Saturday, October 3, 2009

राज की दादागिरी

राज ठाकरे को अगर मुंबई की इतनी चिंता है तो उस समय कहा पर थे , जब मुंबई पर आतंकी हमला हुआ था, अगर उन्हें मुम्बई की फिक्र होता तो उस समय आते और आतंक का मुकाबला करते तब उन्हें मुंबई का बेटा कहा जाता मगर उस समय पता नही किस बिल माई छुप गए थे
आज करण जोंहार की फ़िल्म मे मुंबई को बम्बई कहा तो उन्हें मिर्च लग गई । क्या वो आज तक अपने बच्चे का स्कूल का नाम नही पढ़े जिसका नाम बम्बई इंटर नाशन्ल पब्लिक स्कूल है । जय हिंद

Thursday, September 10, 2009

नेताओ का हाथ

हमारे देश में जातीवाद बढ़ने में नेताओ का हाथ होता है! जेसे की राज ठाकरे और बालठाकरे करते है ! अपनी लडाई में गरीब लोगो को निशाना बनतेहै! ऐसे नेताओ को सत्ता में रहने का कोई हक़ नही है !
जय हिंद

Tuesday, September 8, 2009

फूल

फूल दाल से जुदा हो सकता है , खुशबू से नही
तुम मुझसे जुदा हो सकती हो मेरे दिल से नही ,

Friday, August 28, 2009

desh ki dharti

man samarpit tan samrpit ,
or ye jivan samrpit,
chata hu desh ki dharti tuche kuch or bhi du.

Friday, August 21, 2009